Heart health, world health day
विश्व हृदय दिवस: दिव्यांगजनों के लिए दिल की सेहत का ख़ास मंत्र
AWARENESS
विश्व हृदय दिवस के अवसर पर, मैं आपके लिए एक ज्ञानवर्धक और संवेदनशील ब्लॉग लेकर आई हूँ
विश्व हृदय दिवस: दिव्यांगजनों के लिए दिल की सेहत का ख़ास मंत्र
- पोषण विशेषज्ञ शिवानी
आप सभी को विश्व हृदय दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। आज का दिन हम सभी को याद दिलाता है कि हमारा दिल कितना कीमती है और उसकी देखभाल कितनी ज़रूरी है। लेकिन आज, मैं आपसे हमारे समाज के एक खास और अद्भुत वर्ग – दिव्यांगजनों – के दिल की सेहत की बात करना चाहती हूँ।
एक पोषण विशेषज्ञ के रूप में, मेरा मानना है कि अच्छा पोषण सभी का जन्मसिद्ध अधिकार है, चाहे शारीरिक स्थिति कोई भी क्यों न हो। शोध भी बताते हैं कि दिव्यांगजनों में हृदय रोग का जोखिम सामान्य आबादी की तुलना में अधिक होता है। कारण अक्सर वे हैं जिन पर हम नियंत्रण पा सकते हैं – जैसे मोटापा, उच्च रक्तचाप, धूम्रपान और सबसे महत्वपूर्ण, शारीरिक निष्क्रियता।
पर मेरा विश्वास है, इस जोखिम को एक व्यवस्थित, पोषण-आधारित रणनीति और थोड़े से समर्पण से काफी हद तक कम किया जा सकता है।
एक दिव्यांग व्यक्ति का दिल, इतना संवेदनशील क्यों?
यह सवाल अक्सर दिल को झकझोर देता है। जवाब जटिल नहीं है। कई बार, शारीरिक चुनौतियों के कारण नियमित व्यायाम मुश्किल हो जाता है, जिससे वज़न बढ़ने और मोटापे का खतरा रहता है। कुछ दवाएं या स्वास्थ्य स्थितियाँ रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित कर सकती हैं। सामाजिक अलगाव या तनाव अस्वस्थ खान-पान की ओर धकेल सकता है। ये सभी कारण मिलकर दिल पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं।
लेकिन यहां एक उम्मीद की किरण है: ये अधिकांश कारण परिवर्तनशील हैं। इसका मतलब है कि हम इन्हें बदल सकते हैं!
पोषण: आपका मज़बूत हथियार
आहार में छोटे-छोटे बदलाव दिल की सेहत में बड़ा क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं। सोचिए, आपकी प्लेट ही आपकी दवा बन सकती है।
1. फाइबर है फ्रेंड: साबुत अनाज (जैसे ओट्स, बाजरा, ब्राउन राइस), दालें, राजमा, चना और हरी सब्ज़ियां फाइबर से भरपूर होती हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और रक्तचाप नियंत्रित रखने में मदद करती हैं।
2. रंग-बिरंगी प्लेट: अपनी थाली में हर रंग के फल और सब्ज़ियां शामिल करें। टमाटर का लाल, पालक का हरा, गाजर का नारंगी – ये सभी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हैं जो दिल की रक्षा करते हैं।
3. अच्छी वसा को गले लगाएं: सरसों का तेल, जैतून का तेल, मूंगफली, अलसी के बीज और अखरोट जैसे स्रोत दिल के लिए अच्छे माने जाते हैं। इनका सेवन संतुलित मात्रा में करें।
4. नमक और चीनी हैं दुश्मन: प्रोसेस्ड और पैकेट बंद खाद्य पदार्थ, चिप्स, नमकीन और मीठे पेय पदार्थों से दूरी बनाएं। ये रक्तचाप और वज़न दोनों बढ़ाते हैं।
किफायती और सुलभ विकल्प
अच्छी सेहत हमेशा महंगी नहीं होती। घर का बना सादा भोजन सबसे बेहतर है।
· दाल-रोटी-सब्जी: यह पारंपरिक भोजन पोषण का खजाना है।
· मौसमी फल-सब्जियां: ये सस्ती और पौष्टिक होती हैं। जमे हुए (Frozen) विकल्प भी अच्छे हैं।
· ओट्स और दलिया: ये नाश्ते के लिए बेहतरीन, किफायती और हृदय-स्वस्थ विकल्प हैं।
· सप्ताहिक योजना: हफ्तेभर के खाने की योजना बनाने से खर्चा और खाने की बर्बादी दोनों कम होती है।
सही सप्लीमेंट्स की सहायता
कभी-कभी केवल आहार पर्याप्त नहीं होता। डॉक्टर की सलाह से कुछ सप्लीमेंट्स मददगार साबित हो सकते हैं:
· ओमेगा-3: यह ट्राइग्लिसराइड्स कम करने और दिल की धड़कन को नियमित रखने में मदद करता है। मछली के तेल या अलसी के बीज इसके अच्छे स्रोत हैं।
· कोएंजाइम Q10: यह शरीर को ऊर्जा देने और दिल की मांसपेशियों को मजबूत रखने में सहायक है, खासकर उन लोगों के लिए जो कुछ खास दवाएं ले रहे हैं।
· मैग्नीशियम: यह रक्तचाप नियंत्रण और मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
याद रखें: बिना डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ की सलाह के कोई भी सप्लीमेंट शुरू न करें।
शारीरिक गतिविधि: थोड़ा सा भी बहुत है
हां, चुनौतियां हैं, लेकिन असंभव नहीं। अपनी क्षमता के अनुसार गतिविधि चुनें। कुर्सी पर बैठे-बैठे हाथ-पैरों का व्यायाम, योगा की सरल मुद्राएं, या फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा बताई गई कोई भी ड्रिल फायदेमंद हो सकती है। लक्ष्य है, सक्रिय रहना।
आप अकेले नहीं हैं
दिव्यांगजनों के लिए हृदय स्वास्थ्य की राह थोड़ी कठिन जरूर हो सकती है, लेकिन आप अकेले नहीं हैं। डॉक्टर, पोषण विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट और आपका परिवार – सभी आपके साथ हैं। नियमित जांच करवाएं, अपने शरीर की सुनें और छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ें।
निष्कर्ष:
आपका शरीर चाहे जैसा भी हो, आपका दिल वही धड़कता है, वही प्यार करता है। इस विश्व हृदय दिवस पर, अपने दिल को वह पोषण, प्यार और देखभाल दें जिसका वह हकदार है। एक स्वस्थ हृदय ही आपको आगे की चुनौतियों का सामना करने की ताकत देगा।
आप सभी स्वस्थ रहें, खुश रहें।
- आपकी पोषण विशेषज्ञ शिवानी